झारखंड को बेहतर राज्य बनाने के लिए आंदोलनकारियों को आर्थिक सहयोग करें

झारखंड को बेहतर राज्य 

बनाने के लिए आंदोलनकारियों 

को आर्थिक सहयोग करें

पुष्कर महतो ने किया अपील !


जोहार साथियों,

झारखंडवासियों को अपने मान- सम्मान, अलग पहचान, अस्तित्व की रक्षा, अस्मिता की रक्षा, स्वाभिमान की रक्षा के लिए एक जुटता का शक्ति प्रदर्शन करना ही नहीं बल्कि झारखंड अलग राज्य के मूल्यों को स्थापित करना निहायत जरूरी है। राष्ट्रीय पार्टियों के जाति और धर्म के आधार पर मतदान करके हम झारखंड वासी डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग विस्थापन व पलायन का शिकार हो चुके हैं । हजारों एकड़ जल, जंगल व जमीन के संवैधानिक अधिकारों से आज हम बेदखल हो चुके हैं। हमारे लोग 2 जून की रोटी के लिए महानगरों में भटक रहे हैं हमारे बेटा- बेटियों को रोजी रोजगार एवं नियोजन के लिए दर- दर की ठोकरे खाने पड़ रहे हैं। तृतीय वर्ग एवं चतुर्थ वर्ग के पदों पर व जेपीएससी की नौकरियों में संविधान की धारा 3 ए के तहत भाषा संस्कृति के आधार पर पूर्ण अधिकार है। जैसा कि दूसरे अन्य सभी राज्यों में हैं।

झारखंडवासी हमारे संविधान और संविधान द्वारा दी गयी बहुदलीय लोकतंत्र एवं संघीय ढांचे की व्यवस्था को स्थायी और सुरक्षित मान कर चल रहे थे. लेकिन 2024 के चुनाव ने हमारे सामने इसे बचाने की चुनौती पेश कर दी है. राजनीतिक दलें भारत को एक पार्टी राज्य में बदल देने पर आमादा है. दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री समेत दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और भ्रष्टाचार को कानूनी जामा पहनाने वाली असंवैधानिक इलेक्टोरल बॉण्ड योजना को निरस्त करने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश की आलोचना की जा रही है.

भारत के संसदीय लोकतंत्र व झारखंडी राष्ट्रीयता पर खतरे के बादल घने हो गये हैं. और अब संविधान व झारखंडी अस्मिता पर एवं झारखंड की साझी विरासत पर हमला बढ़ाने के लिए सरकार का बहुमत कैसे भी बना लेने की तिकड़में कर रही है. संविधान और संसदीय लोकतंत्र की व्यवस्था का खात्मा होगा और हमारी सांस्कृतिक विविधता व आम नागरिक का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा.

सरकार अपने कॉरपोरेट शागिर्दों और गोदी मीडिया के दम पर हर असंवैधानिक कदम और निर्लज्ज तिकड़मों का सहारा ले रही है. हम, भारत के लोगों को अपने वोट की संवैधानिक ताकत का इस्तेमाल करते हुए तबाही के इस राज पाट को खत्म कर एक मजबूत लोकतंत्र वाले भारत का पुर्ननिर्माण करना है. अपने भविष्य बनाने की इस निर्णायक जंग में अपने वोट की ताकत का इस्तेमाल करें और झारखंड आंदोलनकारी की ताकत को विजयी बनायें. बेहतर झारखंड राज्य बनाने के लिए वीर बिरसा मुंडा के अबुआ दिशुम - अबुआ राज ( मेरा देश मेरा राज- My Country in My rules) की परिकल्पना को साकार करे।

हमारी प्रमुख मांगे हैं कि झारखंड आंदोलनकारियों के जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए एक-एक झारखंड आंदोलनकारी को राजकीय मान सम्मान, अलग पहचान, रोजी रोजगार एवं नियोजन में पूर्ण अधिकार, सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रु. की हैं। राज्य में समता जजमेंट लागू हो एवं 26 परसेंट रॉयल्टी का अधिकार झारखंडवासियों/ आदिवासियों को मिले।

अपने लोकसभा के चुनाव क्षेत्रों में हम जनता से आर्थिक सहयोग लेने के लिए घर-घर जाकर सघन 'कूपन सहयोग अभियान' चला रहे हैं. जनता द्वारा सहयोग के रूप में ₹20, ₹50 और ₹100 /, 500/ 1000/कूपन खरीदे जा रहे हैं जो राजनीतिक दलों की इलेक्टोरल बॉण्ड योजना, कॉरपोरेट रिश्वतखोरी और राज्य प्रायोजित वसूली के खिलाफ हमारा सबसे बड़ा हथियार है. इस जरूरी स्थानीय समर्थन के अलावा हम आप जैसे सभी शुभचिन्तकों से भी आर्थिक सहयोग की अपील कर रहे हैं. सहयोग करें.

धन्यवाद

पुष्कर महतो

झारखंड आंदोलनकारी

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