परिषदीय स्कूलों के विज्ञान,
गणित शिक्षक हुए डिजिटल
लिटरेसी कोडिंग और
एआई में प्रशिक्षित
बेसिक स्कूल के बच्चे जानेंगे डिजिटल लिटरेसी, एआई, कोडिंग और साइबर सुरक्षा।
लखीमपुर खीरी। डायट में शिक्षकों को दिया जा रहा कंप्यूटर प्रशिक्षण परिषदीय बेसिक के छात्रों को तकनीकी शिक्षा में निपुण बनायेगा। जिले के 16 विकासखंडों से चयनित 933 विज्ञान शिक्षकों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 27 दिसम्बर 2024 तक चलेगा।
यहां प्रशिक्षित होकर शिक्षक अपने विद्यालयों में स्थापित स्मार्ट क्लास के माध्यम से कंप्यूटर शिक्षा को बच्चों के बीच रुचिकर बनाएंगे। परिषदीय विद्यालयों में बच्चे कंप्यूटर का ज्ञान सीखेंगे। इसके लिए एससीईआरटी ने पाठ्यक्रम में बदलाव कर दिया है। छठवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चे अब कंप्यूटर विषय में डिजिटल लिटरेसी, कोडिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई करेंगे।
डिजिटल लिट्रेसी, कंप्यूटेशनल थिंकिंग कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शीर्षक प्रशिक्षण का शुभारंभ प्रशिक्षण प्रभारी डाएट प्रवक्ता सुमित शुक्ला तथा प्रशिक्षण सह प्रभारी डाएट प्रवक्ता अतुल मिश्रा द्वारा किया गया। प्रशिक्षक आशीष श्रीवास्तव, पंकज वर्मा, स्मिता वर्मा, सचिन शर्मा, गौरव तिवारी और मानवेन्द्र सिंह चौहान ने सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को माइक्रोसाफ्ट वर्ड, एमएस एक्सल, एमएस पेंट, इंटरनेट, नेटवर्किंग, जीमेल, कंप्यूटेशनल थिंकिंग, स्क्रैच, पाइथन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व साइबर सुरक्षा और साइबर नैतिकता आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
डायट खीरी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण के समापन समारोह में सभी को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण प्रभारी डायट प्रवक्ता सुमित शुक्ला ने कहा कि डिजिटल लिटरेसी पाठयक्रम का उद्देश्य छात्रों में डिजिटल माध्यमों से सुरक्षित तरीकों से इंटरनेट का उपयोग, बदलते परिदृश्य में हो रहे तकनीकी परिवर्तनों से परिचित कराना है। हमारे सभी संदर्भ दाताओं ने बड़े परिश्रम से इस प्रशिक्षण को संपन्न कराया है और यह आगामी सत्र के लिए बहुत लाभदायक होगा।
डायट प्रवक्ता सुमित शुक्ला ने कहा कि इस प्रशिक्षण द्वारा छात्रों को विभिन्न आनलाइन प्लेटफार्म, इंटरनेट मीडिया और डिजिटल उपकरणों के उपयोग के बारे में जागरूक किया जा सकेगा, जिससे कि वे स्वयं को सुरक्षित रख सकें और डिजिटल साधनों के उपयोग उनके जीवन में परिवर्तन आ सकें। भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर इन पाठों को जोड़ा गया है। वर्तमान में डिजिटल लिटरेसी के ज्ञान की आवश्यकता बढ़ गई है।
डायट प्रवक्ता व प्रशिक्षण प्रभारी सुमित शुक्ला एवं प्रशिक्षण सह प्रभारी एवं डायट प्रवक्ता अतुल मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों और संदर्भ दाताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया।
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