ढाई आखर प्रेम कि सांस्कृतिक यात्रा पहुंची रांची
राँची। ढाई आखर प्रेम कि सांस्कृतिक यात्रा, बृहस्पतिवार 14 अप्रैल 2022 को संध्या 5 बजे राँची पहुँची। यात्रा का स्वागत स्थानीय बुद्धिजीवि और सांस्कृतिक कर्मियों द्वारा, मोरहाबादी ऑक्सीजन पार्क में शहीद निलांबर पितांबर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया। इप्टा की पहल पर निकली गई यह सांस्कृतिक यात्रा नफरत के खिलाफ शांति का संदेश लेकर आज़ादी के 75 वीं वर्षगाँठ पर देश के 5 राज्यों के 250 से ज्यादा स्थानों पर नाटक, गीत-संगीत, फिल्म कि प्रस्तुति देगी। इसी कड़ी में संध्या 6 बजे रामदयाल मुंडा शोध संस्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कई स्थानीय बुद्धिजीवियों एवं कलाकारों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण कफील जाफरी की किस्सागोई रही।जिसमें वतर्मान देश की हालात को पेश किया गया। इस मौके पर इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश वेदा ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक यात्रा जो है प्रेम का संदेश लेकर निकली है । यह हमारी यात्रा छत्तीसगढ़ से निकली है जो झारखंड बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में समापन होगा। यह यात्रा नौ अप्रैल से शुरू हुआ है जो 22 मई को समापन होगा । इस अवसर पर रांची रामदयाल मुंडा संग्रहालय के सभागार में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
मौके पर छत्तीसगढ़ इप्टा अध्यक्ष मनीमैय मुखर्जी, राजेश श्रीवास्तव राष्ट्रीय सचिव, नाचा के निदेशक निसार अली,विनोद वर्षा दिल्ली इप्टा, मृगेंदर और कुश मध्यप्रदेश इप्टा,
श्यामल मल्लिक कार्यकारी अध्यक्ष इप्टा, झारखंड, महासचिव उपेंद्र मिश्र, सचिव शलेंद्र, इबरार अहमद,प्रेम प्रकाश,विनय भूषण, परवेज कुरैशी, रवि भूषण, कुमार बृजेन्द्र,पंकज मित्र, अजय सिंह,ललित,सुमेधा,रणेन्द्र कुमार,वर्षा ,बीणा श्रीवास्तव , प्रो.मिथलेश, रवि,पलामू इप्टा, रांची इप्टा सहित कई कलाकार, लेखक,बुद्धिजीवी वर्ग के लोग उपस्थित रहे।
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