ईश्वर की नेमतों का शुक्रिया अदा करना भक्ति की निशानी: मौलाना तहजीबुल हसन

 

ईश्वर की नेमतों का शुक्रिया 

अदा करना भक्ति की निशानी: 

मौलाना तहजीबुल हसन


रांची: कुरान शरीफ में अल्लाह ने फरमाया है कि तुम मेरी कौन-कौन सी नेमतों को झुठलाओगे? जीवन की हर साँस प्रभु का आशीर्वाद है। उपरोक्त बातें झारखंड सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य और मस्जिद जाफरिया रांची के इमाम व खतीब हजरत मौलाना हाजी सैयद तहजीबुल हसन रिजवी ने कहीं। मौलाना ने कहा कि आज के दौर में इंसान के लिए सबसे बड़ी नेमत उसका घर मकान और आशियाना है। श्री सैयद अत्ता इमाम रिज़वी 50 वर्षों से इस शहर में हैं। लेकिन उनके पास अपना कोई घर नहीं था। जब ईश्वर ने उन्हें एक घर मकान से नवाजा, तो उन्होंने अपने मकान पर शुक्र परवरदिगार के लिए जिक्र परवरदिगार और जिक्र अहले बैत का आयोजन किया। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में मस्जिद जाफरिया रांची के इमाम व खतीब हजरत मौलाना हाजी सैयद तहजीबुल हसन रिजवी विशेष रूप से शामिल हुए। जश्न अहले बैत को संबोधित किया और अता इमाम रिज़वी के परिवार को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी। इस अवसर पर अंजुमन जाफरिया के अध्यक्ष सैयद निहाल हुसैन सरियावी, शायर सोहेल सईद, पत्रकार आदिल रशीद, इब्राहिम हुसैन, एसएच फातमी, हबीब हैदर, शब्बीर हुसैन, डॉ. नजीर हुसैन, सैयद असगर इमाम, सैयद ओन इमाम, इक़्तेदार हैदरी समेत बड़ी संख्या में लोगों ने शामिल होकर सैयद अत्ता इमाम रिजवी और उनके परिवार को बधाई दी।

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